दिल में रंजिशें है कई लेकिन
आप के प्यार ने हमें दीवाना बना रखा है
ज़रे ज़रे से जिनकी बातें किया करते थे
आज उन्होंने हमें अफसाना बना रखा है
लोग क्या कम थे, इस दौर की नई महफ़िल में
कि आज उन्होंने भी हमें बेगाना बना रखा है
मुह से क्या बताएं उनकी वफ़ा के किस्से
बस दिल में आसुओं का पैमाना सजा रखा है
उनकी यादों और बातों को भूल जायें कैसे
हर एक लम्हें का खज़ाना संभाल रखा है
गर समझ जायें वो दिल की बातों को बिन लफ्ज़ कहे
कह देना उन्हें , दिल का आज भी नजराना बना रखा है



